आई गयी होली …… सबेरे-सबेरे हमरे पाजामें पे एक बच्चा पानी भरा गुब्बारा फेक दिया और दौड़ के भागा अपनें घर में, ‘पाण्डेय जी’ जान गये कि होली आये वाली है अब जरा कुरता पजामा बचा के चलना पड़ेगा। ससुरा ई अजीब त्यौहार है – दुनियाँ का सारा कुकर्म कर देते हैं औऱ कहते