आँसू – हिंदी कविता
On December 2, 2018 In हिंदी कविताएँ Hindi Kavita
कविता शीर्षक – “आँसू”
आँसू के कई हैं रूप
जैसे छाँव और है धूप
कुछ खुशी के, कुछ गम के आंँसू होते हैं
कुछ छलकते हैं, कुछ आँखों को नम करते हैं
अत्यधिक खुशी पाकर भी
आँखों से आँसू ढलक जाते हैं
दर्द का फफोला फूट कर
आँसू बनकर बह जाते हैं
कुछ आँसू दिखावे के खातिर
मगरमच्छ के आँसू बन जाते हैं
यारो सब कह जाते हैं यह आँसू
आँसू , आँसू हैं, नहीं हैं पानी
दिल का दर्द बता जाते हैं
कह जाते हैं बिन कहे कहानी
रीना कुमारी
(तुपुदाना) रांची झारखंड