चुनावी जूमलों और नारों में उलझती जनता – Hindi Slogan During Election in India

चुनावी जूमलों और नारों में उलझती जनता” हिंदुस्तान में होने वाले चुनाव का माहौल किसी युद्ध से कम नहीं होता। देश की तमाम राजनीतिक पार्टियाँ अपने पूरे जोश और ताकत से चुनाव के प्रचार प्रसार में डूब जातीं हैं। हर पाँच साल में हमारे नेताओं को जनता का ख़याल आता है और फिर शुरुआत होती है बेहतर चुनावी जूमलों की, जोश भरे नारों की, लुभावनी बातों की, फ्री में दिये जानें वाले सौगातों की, कसमें और जाने किन किन तमाम वादों की। ये चुनावी बयार, हर तरफ चुनाव की बातें, रंगबिरंगे पार्टियों के झंडे, सड़क किनारे लगे होर्डिंग ये सारे दृश्य आपको किसी मेले में होने का अहसास दिलातें है।

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सभी राजनीतिक दल एक दूसरे की कान काटनें में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। अपने आप को ईमानदार व शुद्ध घोषित करनें का प्रयास सभी पार्टियों के द्वारा किया जाता है। हर पाँच वर्ष में होने वाले इस चुनावी युद्ध कि कहानी ऐसी है कि कभी-कभी ये राजनीतिक दल आपस में ही झगड़ पड़ते हैं, तब ऐसा अहसास होता है कि एक सवारी को बैठाने के लिए चार ऑटो वाले आपस में भीड़ गये हों। सबकी अपनी-अपनी बातें, अपने तथ्य, अपने प्रमाण ऐसे जान पड़ते हैं जैसे कि सारे ही सच बोल रहे हों बेचारी जनता जो इनकी बातों के मायाजाल को समझ नहीं पाती और फिर वही पुरानी 5 साल वाली गलती दोहरा देती है। चुनावी नारे और जूमलों का ये पर्व बड़े जोश से मनाया जाता है जिसके आगे वास्तविक पर्व भी फीके नजर आते हैं।

आईये कुछ प्रसिद्ध चुनावी नारों से मैं आपका परिचय करवा दूँ !

  • स्वर्ग से नेहरू रहे पुकार, अबकी बिटिया जहियो हार
  • इंदिरा लाओ देश बचाओ
  • जली झोंपडी़ भागे बैल,यह देखो दीपक का खेल
  • इंदिरा जी की बात पर मुहर लगेगी हाथ पर
  • अबकी बारी अटल बिहारी
  • जिसने कभी न झुकना सीखा, उसका नाम मुलायम है
  • गरीबी ह‍टाओ
  • मोदी लाओ देश बचाओ
  • हर हर मोदी घर घर मोदी
  • भारत उदय
  • चढ़ गुंडों की छाती पर मोहर लगा दो हाथी पर
  • हमारा और आपका साथ यही है समाजवाद
  • मन से हैं मुलायम और इरादे लोहा हैं
  • कहो दिल से बहन जी फिर से
  • जय भीम
  • कानूनी व्यवस्था कि हो गई छती दुरुश्त करेंगी अब बहन मायावती
  • UP को ये साथ पसंद है
  • अपराध मुक्त रहे बिहार फिर एक बार नितीश कुमार
  • युवा युवती भरे हुंकार कहाँ गया हमारा रोजगार
  • इस बार भाजपा सरकार
  • अबकी बार मोदी सरकार
  • बदलिये सरकार बदलिये बिहार
  • नेता Out आम आदमी In
  • मैं भी आम आदमी
  • हर हाथ शक्ति हर हाथ तरक्की
  • कट्टर सोच नहीं युवा जोश

उपयुक्त दिए गए कुछ चुनिंदा चुनावी नारे जो आज और अपने समय में बड़े प्रसिद्ध हुये ; इन नारों से लोगों का मनोरंजन भी होता है और ये आम जनता के दिलो-दिमाग में एक खास जगह भी बनाते हैं जिनका प्रभाव वोट के दौरान पड़ता है। ये सभी रचनात्मक नारे चुनाव में जीत दिलानें का मूल मन्त्र हैं तभी तो इनका प्रचलन सदियों से है। नारों के जोश में जनता होश खो बैठती है और जो नारा दिल पे छा जाये, mood को बदल कर रख दे समझो वो पार्टी चुनावी रण-छेत्र में आगे निकल गई।

असल मुद्दा कहीं खो सा गया है सदियाँ हो गयीं कि कोई सिद्धांतवादी नेता जनता के सम्मुख नारे नहीं सिद्धांत की बातें करे, झूठे जूमले नहीं हक़ीक़त की बातें करे, लुभावनी बातें नहीं जन कल्याण की बातें करे, फ्री के तोहफे नहीं मूल सुविधाओं की बातें करे .. खो गया है सबकुछ इन नारों, लाऊड स्पीकर के शोर में। हिंदुस्तान खस्ताहाल होता जा रहा है , जन असुविधाओं में कोई खासा परिवर्तन नहीं आया है; नेता नगरी मात्र power और position का खेल बनकर रह गई है जिसमें जनता सिर्फ एक मूक दर्शक मात्र है।