जियो के 1500 रुपये वाले फ़ोन में बिहार के लोग व्हाट्सऐप चला रहे हैं

व्हाट्सऐप फेसबुक की कितनी अहमियत है हम भारतीयों की जिंदगी मे सभी जानते हैं। कई लोगों को चलाना नहीं है पर ऑफिस का बॉस कह रहा है की चलाओ। कही पर इसके बिना काम ही नहीं चल रहा है, अब क्या करें हर वक़्त कॉन्टैक्ट में जो रहना है। फालतू वाले अध्यापक भी तो अपने विश्वविद्यालय चला रहे हैं, कह रहे कि देखो भाई मीडिया ये नही दिखायेगा हम भेजे है शेयर कर दो और नहीं करना तो पाकिस्तान की ट्रेन पकड़ लो। कुल मिला के व्हाट्सऐप बहुत जरुरी है लेकिन उससे जरुरी है की जितने कम दाम मे ये चल जाए तो सबसे कम दाम वाली सिम थी अपने पास, बिलकुल सही गुरु जी उसका नाम है जियो। सिम के बाद एक फ़ोन आया 1500 रुपये का और वो भी वापस मिल जायेंगे फ़ोन वापस करो और अपना पैसा लेकर चलते बनो। अब इसमें नेट है तो फेसबुक तो चल जाता था क्योकि फेसबुक के लिये सिर्फ नेट चाहिए। व्हाट्सऐप के लिए तो अभी तक एक ही तरीका है कि व्हाट्सऐप आपके फ़ोन को सपोर्ट करता है तो चलेगा वरना नही। अब हुआ क्या फ़ोन सस्ता , कॉल सस्ती मतलब पानी के दाम पर रसमलाई मिल गयी। फिर भी कमी रह गयी की व्हाट्सऐप नहीं चल रहा, उसकी खातिर व्हाट्सऐप कैसे चले जियोफ़ोन मे इस पर कई लोगो ने लिखा, विडिओ भी बनाए। जिसमे ये बताया गया की जियो फ़ोन मे व्हाट्सऐप कैसे चलेगा लेकिन वो सब तरीके फर्जी थे उनमे से किसी भी तरीके से व्हाट्सऐप नही चला।

भारतीय कहां पीछे रहते हैं वो खोजते रहते थे की गुरु कोई कोई तो तरीका होगा और तरीका नही तो जुगाड़ तो होगा। खोज सब रहे थे पर सबसे पहले ये तरीका मिला बिहार के लोगों को उसके बाद से बिहार के लोग अपने 1500 रुपये वाले जियो फ़ोन मे मस्त व्हाट्सऐप चला रहे हैं। कहां से मिला तरीका बिहार के लोगो को और भाई इसे बनाया किसने तो इस सब जानकारी के लिए चलते हैं।

भारत से सीधे अमेरिका और अमेरिका इसलिए क्योंकि यहां रहते हैं सॉफ्टवेयर डेवलपर “पीटर क्रुमिंस” और इन्होने एक प्लेटफार्म बनया है जिसको उपयोग कर के हर उस बेसिक फ़ोन मे व्हाट्सऐप चलाया जा सकता है जिसमे नेट चलाने के सुविधा हो। इसका नाम है “ब्राउज़रलिंग” ये एक वेब सर्विस है जो अभी टेस्ट मोड है। पीटर ने इसे जैसे ही लाइव किया उसके कुछ ही दिन बाद इसपर बहुत से लोग आने लगे तो उनको लगा कही कोई साइबर अटैक तो नही लेकिन चेकिंग के बाद पता चला ये लोग तो इसका इस्तेमाल व्हाट्सऐप के लिए कर रहे हैं। पीटर ने अब इसके लिए चार्ज भी लग दिया है लेकिन ये अभी भी फ्री चल रहा है और भारत से इस वेबसाइट पर 60% ट्रैफिक जा रहा है और ये सारा का सारा बिहार से है।

लेखक:
विभू राय