मच्छर से होने वाली बीमारियां – मच्छर के काटने से होने वाली जानलेवा बीमारी

मच्छर बेशक दिखने में एक बेहद छोटा जीव है परन्तु ये हम इंसानों जैसे बड़े जीव की जान भी ले सकता है। आपने देखा होगा की पहले पृथ्वी पर अनगिनत जीव -जन्तु रहा करते थे मगर धीरे धीरे वे स्वतः ही समाप्त होते चले गए। मच्छर एक ऐसा जीव है जो वातावरण के अनुसार अपने आप को ढाल लेता है और किसी भी सम या विषम परिस्थिति में अपना वजूद बनाये रखता है। मच्छर की इसी विशेष प्रकृति की वजह से इनपर घरों में इस्तेमाल किये जाने वाले Mosquito Killer Spray, Mosquito Killer Liquids या गंदे नालों में डाले जाने वाले विषैले पदार्थ इत्यादि का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। मच्छरों को मारने में उपयोग की जाने वाली सभी प्रकार की दवाईयां इनका पूरी तरह से खात्मा नहीं कर पातीं बल्कि उन विशेष दवाइयों के अनुरूप मच्छर अपने आप को बदल लेते हैं। इस तरह देखा जाय तो मच्छरों से पूर्णतः निजात पाना असंभव जान पड़ता है। मच्छरों को मारने के लिए हमारे द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली दवाइयों नें उन मच्छरों को और अधिक विषैला बना दिया है जिनसे अनगिनत जानलेवा बीमारियां पैदा होती जा रहीं हैं जो मानव जीवन के लिए घातक हैं। आइये जानते हैं वह कौन सी खतरनाक बीमारियां हैं जो मच्छरों के काटने से होती हैं।


मच्छर के काटने से होने वाली जानलेवा बीमारी



येलो फीवर (Yellow Fever):

Yellow Fever को हम पित्त ज्वर के नाम से भी जानते हैं यह मच्छरों द्वारा फैलाया हुआ वायरस है। वैसे तो येलो फीवर से हमारा भारत देश ज्यादा प्रभावित नहीं है पर यह Caribbean Nation (कैरेबियाई देशों) के साथ-साथ उप सहारा देशों में अपना ज्यादा प्रभाव रखता है। इन देशों में Yellow Fever से संक्रमित होने वाले और मरने वाले लोगों की गिनती दो लाख के आस पास आंकी गयी है। चूँकि इसका लक्षण पीलिया जैसा होता है ऐसे में लोग ये जान नहीं पाते की उनको येलो फीवर हुआ है। भ्रम की अवस्था में रहने वाले लोग धीरे धीरे इस बीमारी के दूसरे चरण में पहुँच जाते हैं जहाँ पर उनकी मृत्यु की सम्भावना ज्यादा बढ़ जाती है। यह पीलिया जैसा लक्षण रखता है इसीलिए इसे Yellow Fever कहा जाता है ये वायरस हमारे लिवर पर अपना असर सबसे ज्यादा डालता है।

डेंगू (Dengue):

तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द Dengue नामक बीमारी के मुख्य लक्षण हैं। वैसे ये लक्षण किन्हीं और कारणों से भी हो सकते हैं। पर यह हम जानते हैं की हमारे देश में Dengue मच्छरों के काटने से फैलता है पर सभी मच्छरों से नहीं। Female Aedes Mosquito के काटने से ही डेंगू का वायरस हमारी बॉडी में प्रवेश करता है। डेंगू की बीमारी हो जाने पर इसका कोई इलाज नहीं है, डॉक्टर ज्यादा आराम करने और तरल पदार्थ का सेवन करने की सलाह देते हैं। अगर डेंगू की समस्या अधिक समय तक रह गयी तो बीमार व्यक्ति की मौत तक हो सकती है, क्योंकि Dengue की वजह से खून में Platelets Count की कमी आने लगती है, जिससे व्यक्ति कमजोर होने लगता है।

चिकनगुनिया (Chikungunya):

Chikungunya नामक बीमारी भी मच्छरों के काटने से होती है परन्तु यह Dengue जैसी जानलेवा नहीं होती। चिकनगुनिया मुख्यतः तंजानिया से आई हुयी बीमारी है जिसको ठीक करने के लिए भी कोई कारगर दवा नहीं है। इस बीमारी के हो जाने से मानव शरीर में तेज़ बुखार उत्पन्न हो जाता है और हड्डी के जोड़ों में असहनीय दर्द होने लगता है। अक्सर कई मामलों में चिकनगुनिया के ठीक हो जाने पर भी अगले कुछ महीने अथवा साल तक व्यक्ति के जोड़ों में दर्द का होना बरक़रार रहता है। जवान लोगों को छोड़ दें तो बुजुर्ग लोगों के लिए जोड़ों का दर्द सहन कर पाना मुमकिन नहीं हो पाता।



ला क्रोसे इंसेफलाइटिस (La Crosse Encephalitis):

La Crosse अमेरिका का एक शहर है जहाँ पहली बार इस बीमारी के बारे में पता चला था। La Crosse Encephalitis बीमारी भी मच्छर के द्वारा उत्पन्न होने वाले वायरस से होती है। इस बीमारी के लक्षण तेज़ बुखार, दर्द, उल्टी, सिर दर्द व थकान इत्यादि हैं परन्तु इसका होना सामान्यतः न के बराबर होता है। ला क्रोसे इंसेफलाइटिस जैसी बीमारी ज्यादा समय तक बनी रही तो पीड़ित कोमा में जा सकता है या फिर लकवे का शिकार भी हो सकता है।

मलेरिया (Malaria):

मलेरिया नामक बीमारी Female Anopheles Mosquito के काटने से होती है। इस बीमारी का नाम भारत में अक्सर सुनाई देता है क्योंकि यह कभी बहुत कॉमन बीमारी हुआ करती थी हमारे देश में। आज इसके होने में बहुत कमी आयी है फिर भी जानकारी व बचाव को जानना अच्छा रहेगा। मलेरिया के मच्छर दिन के धूप में नहीं अपितु सूरज ढलने पर ही बाहर आते हैं। मलेरिया होने की स्थिति में पीड़ित को बुखार के साथ साथ कपकपी भी महसूस होती है और वह कमजोरी की अवस्था में चला जाता है।

उपरोक्त सभी बिमारियों का मुख्य कारण मच्छर ही है अतः हम सभी को सजग रहते हुए अपने आस पास साफ़ सफाई रखनी चाहिए।

जरूरी बात:

ऊपर दर्शायी गयी सभी बिमारियों के नाम व इनके लक्षण साधारण तौर पर भी हो सकते हैं। पर घर में अपना इलाज करने की बजाय डॉक्टर की परामर्श लेना उचित होगा क्योंकि नजरअंदाज करने से हम इनका शिकार भी हो सकते हैं। मैं एक लेखक हूँ कोई डॉक्टर नहीं, यह लेख सिर्फ आपको मच्छरों से होने वाली बिमारियों से आपको अवगत कराने हेतु लिखा गया है।

लेखक:
रवि प्रकाश शर्मा