कैसे होगा आपका वजन कम ? जानिए वजन घटाने के तरीके

बदलते परिवेश में आम इंसान अनेक रोगों से घिरता जा रहा है फिर वह चाहे स्त्री हो , पुरुष हो , युवा हो या फिर बालक। एक तरफ दुनियां नित दिन तरक्की के मार्ग पर दौड़ती जा रही है तो वहीं एक तरफ मनुष्य समाज रोग और बिमारियों में भी दोगुनी रफ़्तार से तरक्की कर रहा है। पखेरू पर आज का विषय है मोटापा अर्थात वजन का बढ़ना।

डॉक्टर के अनुसार यदि की महिला या पुरुष का वजन (Weight) सामान्य माप से बहुत ज्यादा है तो ये अवस्था उसके लिए खतरनाक है। आपको जानकार हैरानी होगी की कई रोग तो केवल हमारे अधिक वजन होने के कारण ही हो जाते हैं जैसे – मधुमेह (diabetes), उच्च रक्त चाप (high blood pressure) और हृदय रोग (heart disease) प्रमुख रूप से आते हैं।

चलिए चर्चा करते हैं की अपने बढ़ते wajan को कैसे नियंत्रित कर सकते हैं। अक्सर ऐसा देखा गया है की लोग अपना बढ़ा हुआ वजन जल्दी से कम करने की फ़िराक में लगे रहते हैं जो की बिलकुल गलत तरीका है।



Wajan-Ghatane-Kam-Karne-Ke-Tarike-Upaay वजन घटाने के उपाय - मोटापा नियंत्रित करें

जल्दी वजन कम (weight loss) करने के लिए आप बार-बार अपने खान पान में बदलाव न करें। बार-बार अपनी डाइट (diet) को कम व ज्यादा करना नुक्सान देह है, इसके बदले आप स्वास्थ्य जनक आहार का सेवन कीजिये पूरी निरंतरता के साथ। अचानक वजन कम होने की बजाय धीरे धीरे वजन का कम होना एक बेहतर तरीका माना जाता है। हर हफ्ते धीरे-धीरे ½ – 2 पाउंड wajan कम करना सबसे बेहतर है, यदि आपका वजन बहुत जल्दी कम हो जाता है तो उसके पुनः बढ़ जाने की पूरी संभावना रहती है। अतः हर हफ्ते या 15 दिनों के अंतराल पर वजन कम होते रहना ठीक है जो आगे चलकर सामान्य स्तर पर रुक जाता है।

खाना खाना न छोड़ें:

वजन गिराने के चक्कर में लोग अपने खाने पर ही प्रतिबंध लगा देते हैं। भूख मारने की आदत अच्छी नहीं होती, किसी भी सामान्य वयस्क व्यक्ति को दिनभर में 3 बार भोजन करना ही चाहिए – सुबह का नाश्ता , दिन का भोजन और रात का भोजन अति आवश्यक है। हां यदि आप चाहें तो दिन में या फिर शाम को फल का सेवन भी कर सकते हैं। दिन में 3 बार भोजन करने से हमारे शरीर को पर्याप्त और संतुलित ऊर्जा मिल जाती है, जबकि ऐसा देखा गया है की कुछ लोग 1 या 2 बार ही ज्यादा खाना खा लेते हैं जिससे वे आगे चलकर मोटापे का शिकार हो जाते हैं।

भोजन की मात्रा में नियंत्रण रखें:

दिन में 3 बार खाना खायें परन्तु अतिरिक्त भोजन ना करें। छोटी थाली का इस्तेमाल करें और अनेक प्रकार के व्यंजनों को कम मात्रा में शामिल करें। एक बात का ख़याल रखें की बार बार भोजन अपनी थाली में ना लें। बार बार भोजन थाली में डालने से हम जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं जो वजन वृद्धि का कारण बनता है।

भूख लगने पर ही खाना खायें:

ऐसा भी देखने में आता है की लोग बेवजह टीवी के सामने बैठकर खाना खाते रहते हैं, कंप्यूटर पर काम करते रहते वक़्त खाते रहते हैं, खाली बैठे मोबाइल चलते वक़्त खाते रहते हैं, इस प्रकार की आदतें हमारे शारीरिक भार को अनियंत्रित कर देती है। बैठकर खाते रहने से पाचन क्रिया भी प्रभावित होती है और खाने से प्राप्त ऊर्जा भी खर्च नहीं हो पाती जिससे हमारे शरीर में अनावश्यक चर्बी बनने लगती है और मोटापा बढ़ जाता है।

नाश्ता, दिन और रात का भोजन:

नाश्ता बेहद हल्का नहीं होना चाहिए, आप कम से कम इतना नाश्ते में जरूर लें की आपका पेट भर जाये। रात्रि के भोजन के बाद हमारा शरीर आराम की अवस्था में होता है जब हम सुबह जागते हैं तो हमें खाना खाये करीब 10 से 11 घंटे बीत चुके होते हैं। ऐसी अवस्था में हमारे शरीर को पुनः ऊर्जा की आवश्यकता होती है जिसके लिए हमें पर्याप्त नाश्ता जरूर करना चाहिए।
दिन के भोजन में रोटी , सब्जी , चावल , दाल , दही या फिर मांस इत्यादि जैसे आहार को शामिल करें ! हो सके तो दिन के भोजन से करीब 30 मिनट पूर्व कुछ सलाद का सेवन करें जिसमें – खीरा , प्याज , टमाटर , गाजर , मूली , चुकंदर के मिश्रण शामिल हों। ऐसा करने से आप दिन में अत्यधिक भोजन न करके अपनी भूख के अनुरूप ही खाएंगे जो की संतुलित और पौष्टिक भी होगा।
रात्रि का भोजन हमेशा दिन के भोजन से कम करें अर्थात जितनी भूख हो उससे थोड़ा कम। खाने के तुरंत बाद सोने की आदत न डालें, बेहतर है की खाने के बाद 10 मिनट वज्रासन (Yoga Asan) करें। वज्रासन करने से पाचन क्रिया तीव्र हो जाती है और खाया हुआ भोजन पच जाता है। अगर आप योग पसंद नहीं करते तो कुछ देर टहल लें उसके उपरांत सोने जाएं।

मीठा ज्यादा न खायें:

यह बात थोड़ा मिठाई पसंद लोगों को रास न आये पर हेल्थ इस वेल्थ यूँ ही नहीं कहा जाता। शक्कर अथवा अन्य मीठा व्यंजन कम से कम करना चाहिए वजह ये है की इसमें कैलोरी की मात्रा ज्यादा होती है और पोषक तत्व कम होता है। Desserts, Cookies, Candies जैसे पदार्थ का सेवन थोड़ा कम करना चाहिए बेहतर है की इसे प्रतिदिन की आदत न बनायें।




व्यायाम व पैदल चलना:

प्रतिदिन कसरत करना एक अच्छी आदत है जैसे – जिम जाना , साइकिलिंग करना , रनिंग करना , ब्रिस्क वाक करना या योगा करना आज की लाइफस्टाइल में बेहद जरूरी है मगर फिर भी लोग व्यायाम को अपने दिनचर्या में शामिल नहीं करते। हो सकता है आप बहुत व्यस्त हों या आपके पास समय का अभाव हो पर खुद का ख्याल रखने हेतु छोटी दूरी पर जाने के लिए मोटर बाइक का इस्तेमाल न करें। छोटी दूरी के लिए आप पैदल चलें, शॉपिंग काम्प्लेक्स या मॉल में भी सीढ़ियों का सहारा लें, मेट्रो रेलवे स्टेशन इत्यादि पर भी आप सीढ़ियों का उपयोग करें। बहुत ज्यादा मशीनरी जीवन जीना ठीक नहीं, शरीर में व्याप्त ऊर्जा को नष्ट करना भी आवश्यक है।

पानी का सेवन:

जल ही जीवन है यह बात बेहद सच्ची है अतः आप रोजाना 6 से 8 गिलास पानी पीने की आदत बनायें। जो व्यक्ति पानी का सेवन पर्याप्त मात्रा में करते हैं उनका शरीर मोटापे से मीलों दूर रहता है।

बाहर का खाना:

बदलते समय में बाहर खाने का प्रचलन काफी बढ़ता चला जा रहा है। बाहर खाना बुरा तो नहीं पर हां उसपर भी अंकुश रखना बेहद अनिवार्य है। बर्गर , पिज़्ज़ा , छोले भटूरे इत्यादि जैसे भोजन जायके में तो अच्छे हैं पर सेहत के लिए ख़राब। कभी कभी इनका सेवन करना गलत नहीं है पर बार-बार रोजाना या साप्ताहिक रूप में इनको ग्रहण करना ख़राब सेहत को बुलावा देने जैसा है। आज के दौर में ओबेसिटी (obesity) जैसी समस्या junk food खाने की वजह से ही बढ़ती जा रही है जिसके शिकार बच्चे व युवा युवतियां हैं।

ऊपर लिखे सभी उपायों को अपनाकर आप मोटापे , ओबेसिटी या फिर अधिक वजन जैसी समस्या को दूर भगा सकते / सकती हैं। यह लेख सिर्फ आपको जानकारी देने हेतु लिखा गया है अगर आप overweight, obesity जैसी problem से जूझ रहे / रही हैं तो कृपया चिकित्सक अथवा आहार विशेषज्ञ से सलाह लें।

लेखिका:
रचना शर्मा