भारतीय समाज Indian Society – भारत और समाज Archive

लॉकडाउन में सोशल मीडिया की भूमिका

तारीख 22 मार्च सन 2020 को माननीय प्रधानमंत्री के आह्वान पर जनता ने स्वयं अपने ऊपर ‘जनता कर्फ्यू‘ लगाया। भारत के इतिहास में यह पहला मौका रहा जब जनता ने अपने ही हाथों से अपने लिए एक ‘लक्षमण रेखा’ खींची और घर से बाहर न निकलने की कसम खाई। समय कैसे-कैसे दिन दिखाता है

प्रतियोगी छात्र और लॉकडाउन

ये कोई ऐरू गैरू नथ्थू खैरू टाइप का शब्द बिल्कुल नहीं है, ये वन्स इन अ लाइफटाइम टाईप का टर्मिनोलॉजी है। ये एक ऐसा शब्द है जो आने वाले आपके नाती पोतों के सामने आपको हीरो बनाने के लिए तैयार एक पटकथा जैसी है। किसी ने कुछ जीवन में किया हो ना किया हो

सच्ची कहानी – परिणाम

इस कहानी के पात्र वास्तविक नहीं है, लेकिन कहानी सच्च और जूठ का परदाफास करती है। जो हठ साधना है साधु संतो की, बहुत कठिन होती है, उन्हें कई दिन भूखे-प्यासे रहकर सत्य को सामने लाना पड़ता हैं। वो ऐसे काम कर जाते है जो उनकी दुनियाँ के ही बस की बात होती है,

मज़दूर गाथा: लॉक डाउन, पलायन और हक़ीक़त

देश की राजधानी दिल्ली का कुल क्षेत्रफल 573 वर्ग मील है अर्थात 1,484 स्क्वायर किलोमीटर। जिसमें से 302 वर्ग मील भाग ग्रामीण और 270 वर्ग मील भाग शहरी माना जाता है। आँकड़े को प्रतिशत में बदलें तो करीब 52.71% हिस्सा ग्रामीण और 47.12% हिस्सा शहरी नज़र आता है। ध्यान रहे, 47.12% के शहरी हिस्से

कन्या भ्रूण हत्या – निबंध विचार

कन्या भ्रूण हत्या अर्थात मादा भ्रूण को गर्भ में ही खत्म कर देना। उसकी सांसों का फैसला क्यों उसके जन्म लेने से पहले ही सुना दिया जाता है ? क्या लड़की होना अभिशाप है !! क्यों उसे कोख में ही मार दिया जाता है ? कुछ लोग इस हद तक भी क्रूर होते है

चिंटू चायवाला

चिंटू उम्र 6 वर्ष, शरीर पर धूल-मिट्टी लगाए घर में घुसते हुए माँ…ओ माँ..सुन ना! माँ मुझे भी पढ़ना है, स्कूल जाना है पढ़-लिख कर बड़ा आदमी बनना है। रामवती (चिंटू की माँ) आश्चर्य से चिंटू की ओर देखते हुए!! क्या बोल रहा हैं, कौन बोला तुझको को ये सब, पढ़ना हैं बड़ा आदमी

मुबारक हो लड़की हुई है

नर्स ने बाहर आकर जैसे ही यह खबर सुनाई राजन सहम गया, अनायास ही मुख से निकल पड़ा, हे ईश्वर ! क्यों भेजा इस मासूम को इस दानवी समाज में अपने पास ही सुरक्षित रखते हरि, अपनी बिटिया को।  यह सिर्फ एक घर की बात नहीँ, आज हर एक लड़की के माता-पिता दहशत में

शराब एक जानलेवा नशा

नशा जहर है, मौत है। जी हाँ, नशा मनुष्य को मार देता है, आज स्वयम् की, कल परिवार की, परसों रिश्तों की फिर समाज की और उसके अगले दिन राष्ट्र की मौत। आज हम शराब के नशे से होने वाले नुक्सान और फायदे पर चर्चा कर रहे हैं; नशा सुनिश्चित मौत है। कुछ पल

भारत की अमूल्य लोक कलाएँ

भारत एक ऐसा देश है जहां पर सबसे अधिक लोक कलाओं (Lok Kala) का जन्म हुआ है। यदि हम गौर करें तो हमें बहुत सी ऐसी कलाएँ देखने को मिलेंगी जिनके बारे में हम भारतवासी होने के बावजूद भी नहीं जानते और इन कलाओं का स्वरूप इतना विराट है कि यह किसी तरह के के

रक्षा बंधन : भाई बहन के खूबसूरत रिश्ते का प्रतीक

हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार रक्षा बंधन जिसे राखी भी कहते हैं, बस कुछ ही दिनों की दूरी पर है। सभी बाजारों में इस त्यौहार की रौनक देखने को मिल रही है। अलग अलग तरीके की सुंदर राखियाँ बाज़ार में आ चुकी है, मिठाइयों से बाज़ार भर चुका है। भाइयों के द्वारा बहनों