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राजकुमार राव का फ़िल्मी सफर

राजकुमार राव हर किरदार इतने बखूबी से निभाते हैं कि लगता है वो बने ही उनके लिए हैं। बरेली की बर्फी में प्रीतम का चुलबुला और काल्पनिक किरदार हो या शाहिद जो एक सच्ची घटना पर आधारित फिल्म थी उसमे उन्होंने एक कानून से परेशान नौजवान का किरदार किया। शाहिद के किरदार के लिए

स्कूलों में बढ़ता अपराध और समाज की भागीदारी

हालिया कुछ दिनों में ऐसी घटनायें घटीं हैं जो समाज में हो रहे वैचारिक पतन को दर्शाता है। मेरा इशारा गुरुरगाम व् दिल्ली के स्कूल में हुयी ताज़ा घटना जिसमें एक 7 साल के बच्चे की निर्मम हत्या और एक 5 साल की बच्ची के साथ हुए बलात्कार की तरफ है। यह घटना कोई

महाशक्ति का दावेदार कौन – भारत या चीन ?

फ्रांस को पछाड़ते हुए भारत दुनियां की छठवीं सबसे बड़ी इकॉनमी में शामिल हो गया है। अगर जी.डी.पी के आंकड़ों पर गौर फरमायें तो यह $2.45 Trillion के करीब है, इस लिहाज से भारत GDP के आधार पर दुनियां में तीसरे पायदान पर है। हालिया गुजरे वर्षों में भारत नें लार्जेस्ट इकॉनमी के पथ

गुरु शिष्य संबंध बनाम शिक्षक छात्र संबंध

किसी भी व्यक्ति के जीवन में शिक्षक का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान होता है। औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक जीवन में भी व्यक्ति को कहीं न कहीं सीखने की आवश्यकता होती है। विद्यालय में हम जो शिक्षा प्राप्त करते हैं, वो हमारी औपचारिक शिक्षा होती है। परंतु, व्यक्तिगत जीवन में भी अनेक अवसरों पर अपने

5 सितम्बर – शिक्षक दिवस या शिक्षा बाजार दिवस ?

गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय। बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय। गुरु को समर्पित इस दोहे से पूर्णरूप यह स्पष्ट होता है कि गुरु का स्थान ही सर्वोपरि होता है। भारत में आदिकाल से ही ‘गुरु शिष्य’ परम्परा चली आ रही है और निसंदेह गुरु का स्थान पूजनीय होता है। प्रत्येक वर्ष

हूँ इस शहर में अजनबी की तरह

भारत के एक छोटे से गांव या शहरों से आने वाले बच्चे जो अपने मन में बड़ी उम्मीदें और सपनें संजोए आते हैं, अमूमन तौर पे उन्हें उन सपनों को साकार करने की जद्दोजहत काफी करनी पड़ती है। तमाम तरह की परेशानियों से होता रोजाना सामना उनकी मनःस्थिति पर बहुत बुरा प्रभवा डालती है।

कैसे बनेगा हमारे सपनों का भारत ?

सन 1948 से लेकर अब तक भारतवर्ष की प्रगति पर अगर ध्यान दें तो देश में मूल सुविधाओं में कुछ खासा बदलाव नहीं आया है। आज़ादी के 70 वर्षों के बाद भी अगर हमारे नेता अपनी चुनावी सभाओं में बिजली, पानी, दूध, अनाज, तेल, सड़क, यातायात, नौकरी, व्यवसाय, स्कूल, कॉलेज व् सुरक्षा इत्यादि की

3 महीने का झूठा प्रेम – हिंदी कहानी

गीता के लिए आज का दिन काफी दुःखदायी था वह सोच रही थी कि विजय ऐसा कैसे कह सकता है। रातभर बिस्तर पर लेटकर वह यही सोचती रही की क्या इतना आसान होता है किसी को यह कह देना कि “अब मैं तुम्हारे साथ नहीं रहना चाहता” ! पर उसके पति विजय नें गीता

आखिर क्यों जानलेवा है ये मछली ‘ब्लू व्हेल’ ?

रूस के एक स्टूडेंट द्वारा 4 साल पहले बनाया गया गेम दुनिया भर में खलबली मचा रहा है या यूँ कहें कि खौफ का पर्याय बन चुका है । वर्चुअल दुनिया में “ब्लू व्हेल गेम” या “ब्लू व्हेल चैलेंज” रूस से शुरू होकर ब्राजील, चीन, इटली, अर्जेंटीना आदि होते हुए यूरोपीय देशों में पहुंचा,

बवाना (दिल्ली) जीत कर भी हार गये केजरीवाल

जिनको नहीं पता उनके लिए कहानी को थोड़ा सा दोहरा देते हैं फिर ऊपर लिखे मुख्य शीर्षक हां भाइयों बहनों हेडिंग पर बात होगी। देश की सारी पार्टियों में ना जाने क्यों भाजपा में शामिल होने की होड़ लगी है। लगभग हर हफ्ते कोई न कोई अपनी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहा